Vermi Compost Khad Business in Hindi: मात्र 1 बीघा से भी कम जगह के अंदर वर्मी कंपोस्ट से एक लाख से भी ज्यादा का मुनाफा।

By | January 29, 2023
Vermi Compost Khad Business in Hindi
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Vermi Compost Khad Business in Hindi: आप अपने कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ वर्मी कंपोस्ट का काम कर सकते है और यह मात्र 1 बीघा से भी कम जगह के अंदर एक लाख से भी ज्यादा का मुनाफा हर महीने वर्मी कंपोस्ट का काम आप चालू कर सकते हैं माल तैयार करने में क्या-क्या समस्याएं आ सकती हैं और माल बनने के बाद मार्केटिंग कैसे करनी है इन सभी जानकारियों के लिए हमारा आज का ब्लॉग जरूर पढ़े।

खाद एक ऐसी चीज है, जिसे यदि फसलों में न लगाया जाए तो फसल की उपज अच्छी नहीं होती है। इसलिए फसल में खाद की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। कुछ लोग इसके लिए केंचुआ खाद का भी प्रयोग करते हैं। लेकिन यह अब फसलों को सुधारने का साधन नहीं है। बल्कि यह आजकल एक Business बन गया है। जिसे शुरू कर लोग अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। जिन किसानों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी वो भी अब इस बिजनेस में हाथ आजमा रहे हैं. क्योंकि इसमें लागत बिल्कुल कम है और मुनाफा करोड़ों में है। तो आइए जानते हैं इसके बिजनेस के बारे में।

Table Of Contents
  1. केंचुआ खाद क्या है?
  2. Vermi Compost Khad Business in Hindi (वर्मी कम्पोस्ट खाद का बिजनेस कैसे शुरू करे)
  3. केंचुआ खाद के फायदे (जैविक खाद के फायदे)
  4. केंचुआ खाद की बाजार में मांग (Market Research)
  5. इस बिजनेस को शुरू करने में कितना खर्चा आएगा
  6. केंचुआ खाद बिज़नेस के लिए सरकार करती है मदद (केंचुआ खाद बिज़नेस सब्सिडी)
  7. केंचुआ खाद बिजनेस कैसे शुरू करें (केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट प्लांट कैसे बनाते हैं)
  8. Vermi Compost Khad Business, मौसम और प्रजाति चयन (स्थान, समय, प्रकार चयन)
  9. केंचुआ खाद के लिए आवश्यक सामग्री (Ingredients required for earthworm compost)
  10. वर्मीकम्पोस्ट बनाने में आवश्यक सावधानियां
  11. बाजार में केंचुए की खाद की कीमत कितनी है?
  12. जैविक खाद कहां बेचें
  13. वर्मीकम्पोस्ट खाद की मार्केटिंग कैसे करें ?
  14. केंचुआ खाद से कितना मुनाफा होता है
  15. वर्मीकम्पोस्टिंग व्यवसाय में जोखिम

केंचुआ खाद क्या है?

केंचुआ खाद यानी Vermi Compost मिट्टी के लिए आवश्यक कई पोषक तत्वों से भरपूर एक जैविक खाद है, जिसका उपयोग कृषि में किया जाता है। Vermi Compost मिट्टी में पाए जाने वाले केंचुओं द्वारा तैयार किया जाता है। केंचुओं को केंचुआ खाद बनाने के लिए केंचुओं को गोबर, फलों और सब्जियों के बचे हुए हिस्से, पेड़ों की पत्तियों आदि जैसे जैविक अपशिष्ट दिए जाते हैं, फिर केंचुआ उन सभी को खाकर जो कुछ भी बाहर निकालता है, उसे वर्मीकम्पोस्ट कहा जाता है। है।

असली वर्मीकम्पोस्ट की पहचान यह है कि इसमें गंध नहीं आती और वर्मीकम्पोस्ट जहां रखा जाता है वहां मक्खियां, मच्छर या कीट नहीं पनपते। वर्मी कम्पोस्ट किसी भी तरह से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है, यह बहुत ही प्राकृतिक रूप से तैयार खाद है।

Vermi Compost Khad Business in Hindi (वर्मी कम्पोस्ट खाद का बिजनेस कैसे शुरू करे)

हर वर्ग का व्यक्ति वर्मीकम्पोस्ट का व्यवसाय शुरू कर सकता है। क्योंकि इसके लिए किसी तरह के खर्चे की जरूरत नहीं होगी। इसे आप अपनी बचत से या फिर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की मदद से शुरू कर सकते हैं। इससे आप अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इससे आपकी आमदनी दोगुनी होगी और आपका काम भी चलता रहेगा।

केंचुआ खाद के फायदे (जैविक खाद के फायदे)

  • जैविक खाद से फसल को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं। जिससे अनाज तेजी से बढ़ता है। यूरिया खाद से भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है। जबकि जैविक खाद से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।
  • जैविक खाद से पौष्टिक अनाज पैदा होता है। यानी अनाज खाने में स्वादिष्ट लगता है।
  • जैविक खाद के साथ अनाज खाने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिससे शरीर में बीमारी फैलने का खतरा कम हो जाता है।
  • जैविक खाद डालने से मिट्टी में नमी बनी रहती है। जिससे फसल को कम पानी देने की आवश्यकता पड़ती है, जैविक खाद साधारण मिट्टी की तुलना में 12 गुना अधिक पानी रोके रखती है।
  • कुछ पोषक तत्व मिट्टी में पहले से ही मौजूद होते हैं जैसे पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, पीएच स्तर, कार्बनिक पदार्थ और नाइट्रोजन।
  • ये सभी तत्व जैविक खाद में पाए जाते हैं। जिससे भूमि की उर्वरता बढ़ती है। जिसके यूरिया में 46% नाइट्रोजन, 0% फॉस्फोरस और 0% पोटैशियम होता है।
  • वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) के प्रयोग से फसलों का कई गुना अधिक उत्पादन होता है तथा किसानों की आर्थिक उन्नति होती है।
  • केंचुए की खाद के प्रयोग से हानिकारक कीट मिट्टी में पनप नहीं पाते हैं।
  • वर्मी कम्पोस्ट गाय के गोबर या फसलों से बचे कचरे से तैयार किया जाता है, इसलिए वर्मी कम्पोस्ट पर्यावरण को प्रदूषण से भी बचाता है।

केंचुआ खाद की बाजार में मांग (Market Research)

जैसे-जैसे समय बदल रहा है लोगों के खेती करने के तरीके भी बदल रहे हैं। क्योंकि आजकल लोग रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। जिसके लिए उन्हें जैविक खाद की मांग करनी पड़ रही है। इसमें आपको सबसे ज्यादा पत्ते, मिट्टी, गोबर आदि की जरूरत पड़ती है। इसलिए इस समय बाजार में केंचुआ खाद की मांग बढ़ रही है। लोग इसकी सबसे ज्यादा डिमांड कर रहे हैं। जिससे उनकी फसल की पैदावार भी अच्छी हो सके।

इस बिजनेस को शुरू करने में कितना खर्चा आएगा

एक बेड बनाने के लिए पॉलीथिन करीब ₹300 में आता है। 1 किलो केंचुआ 250 से 300 रुपए में मिल जाता है।
गाय का गोबर आपको आसपास के गांवों से सस्ते में मिल जाएगा। गाय का गोबर 1 माह से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।
कुल मिलाकर 1000 से 1500 रुपए में एक बेड तैयार किया जा सकता है और आप 6000 रुपए तक कमा सकते हैं।
अगर आप शुरुआत में 50 बेड तैयार करते हैं तो आपको ₹50 हजार से ₹70 हजार तक का खर्चा आएगा लेकिन आपको शुरुआत 20 या 30 बेड से ही करनी चाहिए।

केंचुआ खाद बिज़नेस के लिए सरकार करती है मदद (केंचुआ खाद बिज़नेस सब्सिडी)

सरकार भी रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद को बढ़ावा दे रही है। जिसके लिए सरकार किसानों को सब्सिडी के रूप में सहायता प्रदान कर रही है। इस सब्सिडी से आप सहकारी, स्वयं सहायता समूह आदि प्लांट शुरू कर सकते हैं. जिसके लिए सरकार आपकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।

सरकार आपके उत्पाद को आगे ले जाने के लिए सब्सिडी प्रदान करेगी। ताकि आप अपना उत्पादन अच्छे स्तर पर कर सकें। इसके लिए सरकार की ओर से योजना तैयार की गई है। जिसके अनुसार आपके उत्पाद की मात्रा के अनुसार आपको सब्सिडी प्रदान की जाएगी। जैसे अगर आप छोटे पैमाने पर काम शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए सब्सिडी कम होगी और अगर बड़े पैमाने पर करेंगे तो ज्यादा। जिसमें 40 प्रतिशत सरकार द्वारा दिया जाएगा। उसके बाद जो कुछ बचता है, उसका भुगतान करना होगा।

केंचुआ खाद बिजनेस कैसे शुरू करें (केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट प्लांट कैसे बनाते हैं)

यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी।

  1. खाली जमीन
  2. गाय या भैस का गोबर
  3. केंचुआ
  4. गोबर डालने के लिए थैली
  5. घास (पराली)
  6. पानी

वर्मीकम्पोस्ट बनाने के लिए जमीन पर बिछाने के लिए पॉलीथिन या रेडीमेड वर्मीबेड खरीदना पड़ता है। आपको इनकी जरूरत इसलिए है क्योंकि अगर आप केंचुए को जमीन पर बिना कुछ बिछाए छोड़ देंगे तो केंचुआ धीरे-धीरे जमीन के अंदर जाएगा और वहीं अंडे देगा।

बाजार में केंचुए की खाद बनाने के लिए रेजीमेंट बैग भी आते हैं, जिसमें आप गाय के गोबर और केंचुए मिलाकर केंचुआ खाद बना सकते हैं, इन बैग की कीमत 2500 से 3000 रुपए तक होती है। यदि आप रेडीमेड बैग खरीदने में असमर्थ हैं, तो आप जमीन पर पन्नी (पॉलीथीन) बिछाकर वर्मीकम्पोस्ट बनाने का काम शुरू कर सकते हैं।

अगर आप पॉलिथीन बिछाकर वर्मा बेड लगवाना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि हर बर्मी बेड की चौड़ाई करीब 3 फीट हो और लंबाई आप अपनी सुविधा के अनुसार रख सकते हैं। गोबर और केंचुए मिलाकर क्यारी की ऊंचाई करीब डेढ़ से ढाई फुट रखें।

यदि आप रेडीमेड बेड खरीद कर काम शुरू कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि उनकी ऊंचाई बहुत अधिक नहीं होनी चाहिए, अन्यथा बेड के अंदर अधिक गर्मी होगी जिससे केंचुओं के मरने की संभावना रहती है।

केंचुए की खाद डालने के बाद आपको ध्यान रखना है कि क्यारी में हमेशा उचित नमी बनी रहे इसके लिए आपको समय-समय पर खाद हटाकर और जरूरत पड़ने पर पानी का छिड़काव करते हुए क्यारी की जांच करते रहना है।

आप जहां भी वर्मीकम्पोस्ट की क्यारियां लगा रहे हैं, इस बात का ध्यान रखें कि वह जगह छाया में होनी चाहिए और सीधे धूप के संपर्क में नहीं आना चाहिए। यदि आप खुले में केंचुआ कम्पोस्ट क्यारियां लगा रहे हैं तो ध्यान रखें कि उन पर उचित मात्रा में धान की पराली डालनी चाहिए, नहीं तो केंचुए सूर्य के सीधे संपर्क में आने से भी मर सकते हैं।

भारत में वर्मीकम्पोस्ट बनाने के लिए ज्यादातर गाय के गोबर का इस्तेमाल किया जाता है, इसके अलावा आप गाय के गोबर के साथ बची हुई सब्जी की पत्तियों और सब्जियों की बेकार सब्जियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

Vermi Compost Khad Business, मौसम और प्रजाति चयन (स्थान, समय, प्रकार चयन)

केंचुआ खाद के लिए ऐसी जगह का चुनाव करना होगा। जो नमी से भरपूर हो और उसमें ज्यादा से ज्यादा छांव हो। क्योंकि इस खाद को सबसे ज्यादा नम और छायादार जगह की जरूरत होती है। आपको इस खाद के लिए सही मौसम का चुनाव भी करना होगा। वह इसलिए क्योंकि अगर मौसम का चुनाव सही किया जाए तो खाद जल्दी तैयार हो जाएगी। इसलिए इसे हमेशा 15 से 25 डिग्री में तैयार करना चाहिए। वहीं अगर प्रजाति की बात करें तो इसके लिए आप केंचुए की सबसे अच्छी प्रजाति ईसेनिया फीटिडा का चुनाव कर सकते हैं। एक तो इनका अच्छे से ख्याल रखा जाता है और दूसरा ये आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं।

केंचुआ खाद के लिए आवश्यक सामग्री (Ingredients required for earthworm compost)

गोबर आपको आसानी से उपलब्ध हो जाता है। जिसका उपयोग आप केंचुआ खाद के समय कर सकते है। इसे खरीदने में ज्यादा खर्च नहीं आता है। आप इसे अपने नजदीकी किसी भी पशु चिकित्सक से प्राप्त कर सकते हैं।

वर्मीकम्पोस्ट बनाने में आवश्यक सावधानियां

  • केंचुए की खाद बनाने के लिए आपको अपनी सुविधानुसार एक गड्ढा तैयार करना होगा।
  • जिसके बाद आपको गड्ढे में 1 सेमी साइज के छोटे-छोटे कंकड़ डालने होंगे ताकि गड्ढा भर जाए।
  • इसके बाद आपको रेतीली मिट्टी लानी है जिसे आप कंकड़-पत्थर के बाद गड्ढे में भरने लगेंगे।
  • जैसे ही आप मिट्टी भरेंगे। उसके बाद आपको गोबर की खाद की आवश्यकता होगी।
  • साथ ही आपको 50 से 70 किलो ड्राई ऑर्गेनिक की जरूरत होगी।
  • आप चाहें तो इसमें कृषि से निकलने वाली घास-कचरे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • उसके बाद आपको अपनी भूमि के अनुसार केंचुओं की आवश्यकता होगी जिससे आपकी भूमि अधिक उपजाऊ हो जाएगी।

जिस कचरे, गोबर, या जैविक अवशेषों से केंचुओं की खाद तैयार करनी है, उसमें किसी भी प्रकार के कंकड़ पत्थर या धातु या कांच के टुकड़े नहीं होने चाहिए, अन्यथा वे केंचुओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि आप गाय के गोबर का उपयोग कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि गाय का गोबर 20 दिन से 30 दिन पुराना होना चाहिए और उसमें गर्मी या हानिकारक गैस नहीं होनी चाहिए, अन्यथा सभी केंचुए मर सकते हैं।

अगर आप खेत से बचे हुए कचरे का उपयोग कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि यह पूरी तरह से ताजा नहीं होना चाहिए, बल्कि थोड़ा आधा पका हुआ होना चाहिए और इसमें कुछ मात्रा में गाय का गोबर भी मिलाया जाना चाहिए। आप जिस भी कचरे में केंचुओं को छोड़ दें, ध्यान रहे कि कचरा नरम और आधा सड़ा हुआ होना चाहिए। जिस कूड़ेदान या गोबर में आपने केंचुए छोड़े हों, उस पर समय-समय पर पानी का छिड़काव करते रहें।

इस बात का ध्यान रखें कि केंचुओं को धूप बिल्कुल पसंद नहीं होती इसलिए आप जहां भी केंचुए की खाद तैयार कर रहे हों, उस जगह को धूप से बचाकर रखें। जब खाद पूरी तरह से तैयार हो जाए तो पूरी खाद को एक साथ न उठाएं, बल्कि थोड़ा-थोड़ा करके उठाएं और नीचे लगभग 4 सेंटीमीटर कम्पोस्ट छोड़ दें क्योंकि इसमें केंचुए और उनके अंडे होते हैं।

बाजार में केंचुए की खाद की कीमत कितनी है?

बाजार में वर्मीकम्पोस्ट की कीमत 5 रुपए किलो से लेकर 10 रुपए किलो तक है, कई वेंडर ऑनलाइन वर्मीकम्पोस्ट 20 रुपए किलो से लेकर 30 रुपए किलो तक बेचते हैं। लेकिन कई ऐसे वर्मीकम्पोस्ट उत्पादक हैं जिन्होंने शुरुआत में वर्मीकम्पोस्ट को 2.5 रुपये से 3 रुपये प्रति किलो तक बेचा और बाद में जब मांग कम हुई तो उन्होंने कीमत थोड़ी बढ़ा दी।

अगर आप एक ऐसे किसान हैं जो गाय और भैंस भी पालते हैं तो आपकी उत्पादन लागत और भी कम आएगी क्योंकि आपको गोबर नहीं खरीदना पड़ेगा। जब आपकी उत्पादन लागत कम होती है, भले ही आप शुरू में उत्पाद को कम कीमत पर बेचते हैं, तो आपको नुकसान नहीं होगा। अगर आप सब कुछ खरीद कर काम कर रहे हैं तो सोच-समझकर कीमत तय करें, नहीं तो नुकसान हो सकता है।

जैविक खाद कहां बेचें

  • जैसे-जैसे युवा पीढ़ी आ रही है जैविक खाद का चलन बढ़ रहा है। युवा खेती में जैविक खाद का अधिक प्रयोग करें।
  • इसलिए जैविक खाद गांवों और शहरों में आसानी से बिक जाती है। जैविक खाद को आप खुद पैक करके बेच सकते हैं। पैकिंग पर आपका ब्रांड नाम और जैविक खाद के फायदे लिखे होने चाहिए।
  • अखबार में विज्ञापन भी निकाले जा सकते हैं जिससे आपके आसपास के लोगों को इसके बारे में पता चलेगा।
  • अगर आप लोगों को जैविक खाद के फायदों के बारे में बताएंगे तो वे स्वत: ही इस खाद को खरीद लेंगे। यह ज्यादा महंगा नहीं है, 50 किलो की पैकिंग में 250 से ₹300 लग जाते हैं।

वर्मीकम्पोस्ट खाद की मार्केटिंग कैसे करें ?

मार्केटिंग किसी भी व्यवसाय में सबसे महत्वपूर्ण और कठिन कार्य होता है इसलिए वर्मीकम्पोस्ट व्यवसाय को सफल बनाने के लिए आपको इसकी मार्केटिंग पर बहुत ध्यान देने की आवश्यकता होगी। किसी भी उत्पाद की मार्केटिंग करने से पहले आपको उस उत्पाद के बारे में ठीक से पता होना चाहिए, सभी आवश्यक जानकारी होनी चाहिए, यही बात वर्मीकम्पोस्ट की मार्केटिंग पर भी लागू होती है।

वर्मीकम्पोस्ट की मार्केटिंग करने के लिए आपको पौधों की नर्सरी से बात करनी होगी और साथ ही किसानों को वर्मीकम्पोस्ट के बारे में ठीक से समझाना होगा। पौधे की नर्सरी के बाद खाद के सबसे बड़े खरीदार केंचुए हैं। आपको किसान पर नर्सरी बाल से ज्यादा जागरूक करना होगा क्योंकि किसानों को इसके बारे में बहुत कम जानकारी है।

कई जगहों पर किसान केंचुए की खाद से अच्छी तरह वाकिफ हैं और वे इसके फायदों के बारे में भी जानते हैं, लेकिन फिर भी ज्यादातर किसान केंचुए की खाद के फायदों से वाकिफ नहीं हैं. शुरुआत में आपको अपनी मर्जी से अपना बाजार बनाना है और किसानों को वर्मीकम्पोस्ट के सभी फायदों के बारे में उचित जानकारी देनी है, बाद में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।

हो सके तो शुरुआत में वर्मीकम्पोस्ट की कीमत कम रखें, बाद में जब डिमांड बढ़ जाए तो आप कीमत को थोड़ा बढ़ा भी सकते हैं। शुरुआत में आपको पैसों से ज्यादा बाजार बनाने पर ध्यान देना चाहिए, कोशिश होनी चाहिए कि किसानों को केंचुए की खाद रासायनिक खाद से सस्ती मिले।

केंचुआ खाद से कितना मुनाफा होता है

  • 1.5 टन गोबर से लगभग 1 टन खाद तैयार हो जाती है। एक किलो जैविक खाद की कीमत करीब 5 से 6 रुपए है।
  • इस तरह करीब 3 महीने में एक बेड से ₹6000 की जैविक खाद तैयार हो जाएगी।
  • अगर एक बेड से 3 महीने में ₹3000 की कमाई होती है तो एक बेड से 1 महीने की कमाई ₹1000 हो जाएगी।
  • यदि आपके पास 50 बेड हैं तो आप प्रति माह ₹50,000 कमाएंगे और यदि आपके पास 100 बेड हैं तो आप प्रति माह ₹1 लाख कमाएंगे।

वर्मीकम्पोस्टिंग व्यवसाय में जोखिम

इसका सबसे बड़ा रिस्क आपके काम करने का तरीका है क्योंकि अगर आपने अच्छे से काम नहीं किया तो इस खाद को खराब होने से कोई नहीं रोक सकता. क्‍योंकि इसे केयर की काफी जरूरत होती है।

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