धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसका महत्व भगवान श्री कृष्ण के समय से है। यहां रहने वाले ब्रजवासियों के अनुसार आज भी भगवान कृष्ण रासलीला रचाने यहां आते हैं।