जानिये क्यों आती हैं हिचकी-Hiccups और उसे ठीक करने के कारगर इलाज
आपने हिचकी-Hiccups(HICHKI) का अनुभव किया होगा? Hick! Hick! यह एक बहुत ही Common Problem है। हिचकी का नाम सुनते ही आपके मन में एक ही ख्याल आने लगता है कि कोई करीबी आपको बहुत मिस कर रहा होगा इसलिए हिचकी-hichki आ रही है, ये सोचकर आप सबका नाम लेने लगते हैं, अपनों का नाम लेने या सिर्फ नाम सोचने से Hiccups दूर हो जाएगी। लेकिन यह संभवतः उस व्यक्ति का ध्यान भटकाने का एक तरीका हो सकता है।
Hiccups Meaning in Hindi
जाहिर सी बात है कि किसी को याद करने से हिचकी नहीं आती, इसके पीछे Medical Reasons होते हैं।हालाँकि, हिचकी आने का मुख्य कारण डायफ्राम में परेशानी होना है और इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। हिचकी रोकने के उपाय और हिचकी क्यों आती है, यह सब इस Blog में बताया गया है, आइए जानते हैं-What Causes Hiccups in Hindi
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हिचकी-Hiccups(HICHKI) डायाफ्राम-diaphragm के involuntary contractions हैं – वह muscle जो आपकी छाती को आपके पेट से अलग करती है और सांस लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्रत्येक contraction के बाद आपके vocal cords अचानक बंद हो जाते हैं, जिससे विशिष्ट Hick! Hick! ध्वनि उत्पन्न होती है।
गर्दन से छाती तक चलने वाली nerves में जलन के कारण हिचकी आ सकती है।
जब आप सांस लेते हैं तो यह हवा फेफड़ों के अंदर और बाहर जाती है, जब हम सांस लेते हैं तो यह हवा को नीचे खींचती है। और जब आप सांस छोड़ते हैं, तो डायाफ्राम आराम करता है और नाक और मुंह की मदद से फेफड़ों से हवा बाहर निकलती है।

लेकिन कभी-कभी आपका diaphragm इरिटेट हो जाता है। जब ऐसा होता है, तो यह एक झटके में नीचे की ओर खिंच जाता है, जिससे हवा अचानक आपके गले तक चली जाती है। जब यह हवा आपके voice box से टकराती है, तो आपकी voice box अचानक बंद हो जाती है और आपको बड़ी हिचकी-Hiccups(HICHKI) आती है।
What are The Causes of Hiccups in Hindi
हिचकी के कारण क्या हैं / हिचकी क्यों आती है ?
हिचकी-Hiccups(HICHKI) अधिक खाने या carbonated drinks का सेवन करने के कारण होती है। साथ ही anxiety या stress के कारण भी हिचकी आ सकती है। इसके अलावा alcohol, spices या अन्य gastrointestinal या respiratory tract से भी हिचकी आ सकती है।
- overeating- जरूरत से ज्यादा खाना खाना
- eating spicy food- ज्यादा तीखा-मसालेदार खाना
- consuming alcohol- शराब का सेवन
- drinking carbonated beverages, such as sodas- सोडा, या कार्बोनेटेड पेय पीने से
- consuming very hot or very cold foods- बहुत गर्म या बहुत ठंडे भोजन का सेवन करना
- a sudden change in air temperature- हवा के तापमान में अचानक परिवर्तन
- swallowing air while chewing gum- च्युइंग गम चबाते समय हवा निगलना
- excitement or emotional stress- तनाव, घबराहट, बहुत ज्यादा उत्साह
- aerophagia (swallowing too much air)- बहुत अधिक हवा निगलना
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Some Important Facts
- हिचकी-Hiccups(HICHKI) का सही कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुरानी हिचकी-Hiccups(HICHKI) को stroke और gastrointestinal जैसी medical problems से जोड़ा जा सकता है।
- ज्यादातर मामले बिना इलाज के ठीक हो जाते हैं, लेकिन लंबे समय तक हिचकी आने से insomnia और depression जैसी complications हो सकती हैं।
- यदि हिचकी 48 घंटे से अधिक समय तक रहती है, तो आपको तुरंत एक डॉक्टर को दिखाना चाहिए, जो आपको मांसपेशियों को आराम देने के लिए दवा दे सकता है।
- शराब का सेवन न करने और बहुत जल्दी खाने से हिचकी से बचा जा सकता है।
हिचकी के लक्षण क्या है ?
What are The Symptoms of Hiccups in Hindi
हिचकी का केवल एक ही लक्षण होता है। इसमें पेट, गले और छाती में slight tightening महसूस होता है।
Risk factors
महिलाओं की तुलना में पुरुषों में लंबे समय तक हिचकी आने की संभावना अधिक होती है। अन्य कारक जो आपके हिचकी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं उनमें शामिल हैं:
- Mental or emotional issues
- Surgery
हिचकी रोकने के उपाय / हिचकी का इलाज क्या है ?
How to get relief from hiccups / Treatment of हिचकी-Hiccups(HICHKI)
कुछ लोगों की हिचकी अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन जिन लोगों की हिचकी ठीक नहीं होती उनके पास medical reasons होते हैं। इन कारणों का इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए।
हिचकी रोकने के लिए घरेलु उपचार क्या है ?
- हिचकी-Hiccups(HICHKI) आने पर तुरंत 1 गिलास ठंडा पानी पीएं। अगर इससे भी हिचकियां नहीं रूकती तो ice cubes मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूस लें।
- आपको जब भी हिचकी-Hiccups(HICHKI) आए तो थोड़े से नमक को पानी में मिलकर पी ले हिचकी रुक जाएगी।
- दालचीनी के एक टुकड़े को मुंह में रखकर कुछ देर तक चूसने से भी हिचकी-Hiccups(HICHKI) आनी बंद हो जाती हैं।
- हिचकी-Hiccups(HICHKI) को रोकने के लिए काली मिर्च का चूर्ण बनाकर शहद के साथ खाएं। इससे आपकी हिचकियां तुरंत रूक जाएगी।
- एक लहसुन या प्याज को टुकड़े को सुघंने से भी आपको इससे राहत मिल जाएगी। इसके अलावा हिचकी रोकने के लिए आप गाजर के रस को भी सूंघ सकती हैं।
- नींबू का 1/4 टुकड़ा काट कर मुंह में डालकर चबाने से भी हिचकी-Hiccups(HICHKI) ठीक हो जाएगी।
- ताज़ा अदरक ले और छोटे छोटे टुकड़ो को लेकर चूसे ।नयी और कितनी भी पुरानी हिचकी-Hiccups(HICHKI) हो रुक जाएगी।
- थोड़ी देर के लिए अपनी सांस रोकें, फिर सांस छोड़ें, इसे फिर से तीन या चार बार करें, और हर 20 मिनट में ऐसा करें।
- अपने डायाफ्राम पर थोड़ा दबाव डालें।
डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इन दवाओं को लेने की सलाह दी जाती हैं-
- Gabapentin: इसका उपयोग मिर्गी या न्यूरोपैथिक दर्द और हिचकी के इलाज के लिए किया जाता है।
- Baclofen: यह एक प्रकार का मांसपेशी रिलैक्सेंट है जो डायफ्राम को जलन होने पर आराम करने में मदद करता है।
- Haloperidol: इसका उपयोग एंटीसाइकोटिक दवा के रूप में किया जाता है।
- Chlorpromazine: यह एक एंटीसाइकोटिक दवा भी है।
- Metoclopramide: कई लोग हिचकी के दौरान जी मिचलाने की समस्या को भी महसूस करते हैं उसमेयह दवा मदद कर सकती है।