
Myths About Periods In Hindi: पीरियड्स से जुड़े कुछ मिथ और सच जिन्हे हर महिलाओ को जरुरी है जानना! पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन हमारे भारतीय समाज में इसे एक बीमारी की तरह माना जाता है। पीरियड्स को अशुद्ध माना गया है। जिन महिलाओं को पीरियड्स ठीक से आते हैं या जिन्हें पीरियड्स नहीं आते हैं उनके साथ हमारा समाज ठीक से व्यवहार नहीं करता है। आज हम अपने समाज के लोगों की सोच और व्यवहार पर बात न करते हुए जानेंगे पीरियड्स से जुड़े कुछ मिथ्स और उनसे जुड़ी सच्चाई जिससे हम अपनी और अपनी महिलाओं और टीनएज लड़कियों की मदद कर सकें और उन्हें पीरियड्स के बीच सही या गलत का अंतर बता सकें। आइये इस ब्लॉग की मदत से पीरियड्स के इस डर से छुटकारा पाने की दिशा में एक कदम उठे ।

पीरियड्स को मासिक धर्म, माह, रजोधर्म, मासिक धर्म चक्र या एमसी आदि नामों से जाना जाता है। महिलाओं में उनके शरीर में हार्मोन के बदलाव के कारण योनि से रक्तस्राव होता है। इसे पीरियड्स कहते हैं। महिलाओं को हर महीने पीरियड्स होते हैं। इसमें अंडा गर्भाशय से बाहर निकल जाता है और खून के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है।
पीरियड्स में पौधों को पानी देने से वे मुरझा जाते हैं, किचन में जाना मना है, मंदिर नहीं जाना चाहिए, अचार आदि को छूना मना है क्योंकि महिलाये अपवित्र मानी जाती है। इसके अलावा एक्सरसाइज करने और कुछ खास चीजों को खाने की भी मनाही होती है। लेकिन मुझे यह समझ नहीं आया कि पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है जिससे एक महिला को हर महीने गुजरना पड़ता है। लेकिन हमारे भारतीय समाज में इसे एक बीमारी की तरह ट्रीट किया जाता है।
पीरियड्स कब से आना चाहिए? When should periods come?
लड़कियों को आमतौर पर 10 से 15 साल की उम्र के बीच पीरियड्स होने शुरू हो जाते हैं। पीरियड्स आने की उम्र 9 साल होती है। पीरियड्स आने का मतलब है कि अब लड़की बच्चा पैदा करने के लायक है। ऐसा बहुत कम होता है कि सभी को 9 साल की उम्र में पीरियड्स हो जाएं। दरअसल पीरियड्स आने की कोई सही उम्र नहीं होती है। यह 50-55 वर्ष की आयु तक बनी रहती है।
पीरियड्स आने का संकेत क्या होता है? What are the signs of periods coming?
- पीरियड्स आने से पहले ही शरीर में बाल आने लगते हैं।
- पैरों, हाथों और अंडरआर्म्स में बाल उग आते हैं।
- यौन अंगों पर भी बाल आने लगते हैं।
- छाती में उभार पैदा हो जाता है।

पीरियड्स से जुड़े कुछ मिथ और सच: Some yths and truths related to periods
इन बातों का रखें ध्यान-
- पीरियड्स के दौरान हमेशा अच्छे पैड का इस्तेमाल करें। अपने पीरियड्स के हिसाब से पैड चुनें। ऐसे पैड का इस्तेमाल न करें जिनमें खुशबू या परफ्यूम हो। बेहतर होगा कि आप कॉटन पैड्स का इस्तेमाल करें।
- अगर आपको लगता है कि खून का बहाव बढ़ रहा है तो आपको लंबे पैड का इस्तेमाल करना चाहिए।
- यदि रक्त प्रवाह कम है तो आप छोटे पैड का विकल्प चुन सकते हैं।
- रात को सोते समय आप खास पैड्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- हर 5 घंटे में पैड बदलना जरूरी है।
- रात को सोते समय योनि को एक बार पानी से जरूर साफ करना चाहिए।
- रात को पैड बदलकर सोएं। पुराने पैड का इस्तेमाल न करें।
मासिक धर्म के बारे में प्रचलित भ्रांतियों को दूर करने के लिए आपका क्या विचार है? हम्हे जरूर बताए
अगर आपके मन में भी पीरियड्स को लेकर कोई मिथ है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं। ऐसी और जानकारी के लिए काउंटिंग फ्लाईबीस्ट से जुड़े रहें।
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